
देवघर में शहादत दिवस के अवसर पर दिनांक 16.06.2025 को शहीद स्थल रोहिणी में माननीय देवघर विधायक सुरेश पासवान,उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा,जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती किरण कुमारी,बीस सूत्री उपाध्यक्ष मुन्नम संजय एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा शहीद सलामत अली, अमानत अली एवं शेख हारून की मूर्ति पर माल्यर्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए देवघर विधायक सुरेश पासवान ने कहा कि देश की आजादी के लिए कुर्बान हुए शहीदों की कुर्बानियों से हम सभी को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।सबसे महत्वपूर्ण अन्याय के खिलाफ आवाज, नारी की रक्षा के लिए संकल्प, अज्ञानता मिटाने की दिशा में अपना योगदान देकर सही अर्थों में महान शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि होगी। हमारे शहीदों की अमूल्य शहादत ने राष्ट्रभक्ति की एक अनूठी गाथा लिखी। ऐसे वीर देशभक्तों के दिखाए मार्ग पर चलना ही हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।आजाद भारत में अगर हम साँस ले पा रहे हैं तो सिर्फ व सिर्फ अपने वीर शहीदों की वजह से जिन्होंने अपने प्राणों की प्रवाह किये बिना हमारे बेहतर कल हेतु अपन जीवन न्यौछावर कर दिया।
शहादत दिवस के अवसर पर उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने आजादी की पहली लड़ाई में शहीद सलामत अली,अमानत अली और शेख हारून के योगदान को नमन करते हुए कहा कि शहीदों के प्रति सच्ची श्रंद्धाजलि और सच्चा सम्मान होगा कि हमलोग उनकी शहादत से सीखते हुए देशहित और राज्य सेवा की भावना से कार्य करें।आगे उन्होंने उपस्थित लोगों को वीर शहीदों के बलिदान से प्रेरणा लेते हुए बेहतर भविष्य के निर्माण में सहयोग करने की बात कही।उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि रोहिणी शहीद स्थल पार्क प्रसिद्ध है।हमें उसे और बेहतरी पर ले जाने हेतु वृहद स्तर पर प्रचार-प्रसार करना आवश्यक है; जिससे यहां आने वाले पर्यटकों को इसकी जानकारी हो तथा ज्यादा से ज्यादा संख्या में यहां पर्यटक आकर्षित होते हुए इनके इतिहास को जान सके।आगे उपायुक्त ने समिति के सदस्यों से कहा कि इस पार्क के बेहतरी के लिए जो भी करना पड़े करें और इसे और भी गैरवशाली बनाएँ जिला प्रशासन द्वारा हर संभव मदद की जाएगी।
इस दौरान मौके पर उपरोक्त के अलावे स्वतंत्रता सेनानी के परिजन,जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती किरण कुमारी,बीस सूत्री उपाध्यक्ष मुन्नम संजय, दिगंबर जैन धर्मिक न्यास परिषद के अध्यक्ष ताराचंद जैन सहित कई गणमान्य और बड़ी संख्या में स्थानीय मौजूद थे।