
रेलवे स्टेशनों को साफ सुथरा रखने में स्पिटिंग एक बड़ी बाधा है।पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल ने इसके लिए लोगों को जागरूक करने और रेल प्रशासन को इसके लिए सहयोग करने की पहल शुरू की है।इसके लिए
हाउसकीपिंग स्टाफ हर दिन अथक परिश्रम करते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि प्लेटफॉर्म और स्टेशन क्षेत्र साफ-सुथरा और स्वागत योग्य रहें। ये कर्मी स्टेशनों को अपने घर की तरह मान कर अक्सर स्वच्छता के उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं।हालांकि उनके प्रयासों को अक्सर उन लोगों द्वारा निष्फल कर दिया जाता है जो लापरवाही से सार्वजनिक क्षेत्रों में जहां- तहां थूकते रहते हैं।

सार्वजनिक स्थानों पर थूकना न केवल अपमानजनक है बल्कि यह एक गंभीर स्वास्थ्य खतरा भी है।इससे संक्रामक रोग और वायरल संक्रमण फैल सकता है जिससे स्टेशन परिसर में मौजूद सभी लोगों के लिए खतरा पैदा हो सकता है।यह व्यवहार यात्रियों, कर्मचारियों और विक्रेताओं को खतरे में डालता है।इसे तत्काल जिम्मेदारी के साथ संबोधित करने की आवश्यकता है।रेलवे के अनुसार पूर्व रेलवे का आसनसोल मंडल लगातार अनुरक्षण कार्यों और जन जागरूकता अभियानों के माध्यम से अपने सभी स्टेशनों पर स्वच्छता और सफाई बनाए रखने का प्रयास कर रहा है।इन प्रयासों के बीच स्टेशन परिसर में थूकने की लगातार समस्या को दूर करने के लिए एक केंद्रित एंटी-स्पिटिंग अभियान शुरू किया गया है।विशेष रूप से तंबाकू या गुटखा उत्पादों का सेवन करने वाले व्यक्तियों द्वारा इस तरह की गलतियां बराबर की जाती है।
इससे निपटने के लिए आसनसोल मंडल ने जागरूकता बढ़ा कर और लागू रेलवे नियमों के तहत उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगा कर अपने एंटी-स्पिटिंग अभियान को तेज कर दिया है।उन्हें स्टेशनों के साथ उसी तरह की देखभाल और सम्मान के साथ व्यवहार करने के लिए प्रोत्साहित करना है जैसे वे अपने घरों के साथ करते हैं।
रेलवे के अनुसार इस राष्ट्रीय अभियान के अनुरूप आसनसोल मंडल ने जमीनी स्तर पर मजबूत कदम उठाए हैं।चालू वित्त वर्ष (अप्रैल-मई 2025) के पहले दो महीनों के दौरान मंडल ने सार्वजनिक रूप से थूकने के 5,680 मामले दर्ज किए और ₹7,87,660 की जुर्माना राशि वसूल की है।पिछले वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंत में मंडल ने 30,773 मामले दर्ज किए थे और कुल ₹31,15,510 का जुर्माना वसूल किया था।

इस तरह की पहल का उद्देश्य न केवल अस्वच्छ प्रथाओं को हतोत्साहित करना है, बल्कि हाउसकीपिंग स्टाफ का मनोबल भी बढ़ाना है, जो अपने प्रयासों का सम्मान किए जाने पर प्रोत्साहित महसूस करते हैं। आसनसोल मंडल द्वारा सभी यात्रियों से इस अभियान में सहयोग करने और सभी के लिए स्वच्छ, स्वस्थ और सुरक्षित रेलवे वातावरण बनाने में रेल प्रशासन का सहयोग करने की अपील की गई है।