
पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल द्वारा संभावित दुर्घटनाओं को टालने में मदद करने वाले उनके अनुकरणीय समर्पण और समय पर कार्रवाई के सम्मान में दो सतर्क रेलवे कर्मचारियों को मई- 2025 के लिए प्रतिष्ठित गौरव मंडल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
कार्तिक कर्माकर, केबिन मास्टर/कालीपहाड़ी, 11.05.2025 को काली पहाड़ी पूर्वी केबिन में 22:00 से 08:00 बजे तक रोस्टर ड्यूटी पर थे। इस दौरान मिलिट्री स्पेशल डीकेजीएन इंजन नंबर 8492 डाउन मेन लाइन से गुजर रहा था।जब ट्रेन चल रही थी तो उन्होंने ब्रेक वैन से 7वें वैगन पर लटके हुए हिस्से देखे। अत्यंत सतर्कता और सूझबूझ दिखाते हुए, उन्होंने तुरंत ड्यूटीरत स्टेशन मास्टर( प्लेटफॉर्म असिस्टेंट), कालीपहाड़ी को सूचित किया, सेक्शन कंट्रोल और स्टेशन मास्टर, निमचा से भी संवाद किया। परिणामस्वरूप, ट्रेन को तुरंत निमचा रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया, जहाँ लटके हुए हिस्सों को कैरेज एवं वैगन (सीएंडडब्ल्यू) कर्मचारी द्वारा सुरक्षित किया गया। ट्रेन ने सुरक्षित रूप से अपनी यात्रा फिर से शुरू की। उनकी त्वरित और निर्णायक कार्रवाई ने एक संभावित दुर्घटना को टाल दिया और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
एक अन्य मामले में जितेंद्र सोरेन, तकनीशियन-I (एफ)/वरिष्ठ अनुभाग इंजीनियर/कैरिज एंड वैगन/आसनसोल ने ट्रेन नंबर 12384 आसनसोल-सियालदह सुपर-फास्ट इंटरसिटी एक्सप्रेस के प्राथमिक अनुरक्षण के दौरान असाधारण प्रतिभा दिखाया। 27.04.2025 को उन्होंने कोच नंबर ईआर जीएसएलआरडी 147215 में बायो टैंक के माउंटिंग ब्रैकेट में से एक में छिपी हुई वेल्डिंग दरार का पता लगाया।अगर इस पर ध्यान नहीं दिया जाता, तो यह रास्ते में गंभीर विफलता और ट्रेन के रुकने का कारण बन सकता था।तेजी से कार्रवाई करते हुए, दोषपूर्ण ब्रैकेट को वेल्ड करके सुरक्षित किया गया और कोच को रेक से अलग किया गया और आवधिक ओवरहाल (पीओएच) के लिए लिलुआ स्टेशन में बुक किया गया।
दोनों कर्मचारियों का योगदान रेलवे संचालन की सुरक्षा और दक्षता सुनिश्चित करने में सतर्कता और प्रतिबद्धता की महत्त्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।पूर्व रेलवे, आसनसोल मंडल द्वारा मई 2025 के लिए उन्हें गौरव मंडल पुरस्कार प्रदान कर उनकी सराहनीय सेवा के लिए सम्मानित किया गया।