
सक्रियता के लिए गौरव मंडल पुरस्कार से नवाजा गयापूर्व रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसारसतर्कता और पेशेवर समर्पण का उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए, शस्ती चरण साहा-इलेक्ट्रिक लोको पायलट (मेल/एक्सप्रेस)/आसनसोल और सत्येंद्र नारायण शर्मा, सीनियर असिस्टेंट लोको पायलट,आसनसोल ने 5 मार्च 2025 को ट्रेन नंबर 18450 डाउनपटना-पुरी बैद्यनाथधाम एक्सप्रेस पर काम करते समय संभावित अप्रिय घटना को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.उनकी त्वरित सक्रियता ने न केवल ट्रेन संचालन की सुरक्षा सुनिश्चित की बल्कि भारतीय रेलवे पर उच्च सुरक्षा मानकों को बनाए रखने में लोको रनिंग स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका को भी सिद्ध किया.
लोको नंबर 22051/WAP-4/SPI द्वारा संचालित पटना से आसनसोल तक यह ट्रेन, जोड़ामो स्टार्टर सिग्नल को पार करने के बाद किलोमीटर नंबर 282/16 पर जोड़ामो और निमचा के बीच न्यूट्रल सेक्शन से गुजर रही थी.लगभग 13:48 बजे, लोको पायलट और सहायक लोको पायलट दोनों ने अप मेन लाइन पर ओवरहेड इक्विपमेंट (OHE) तार से लटके हुए तिरपाल को देखा, जो पैंटोग्राफ के साथ उलझने का गंभीर खतरे का कारण बन सकता था.
स्थिति की गंभीरता को समझते हुए उन्होंने तुरंत पावर एंड ट्रैक्शन कंट्रोल (PA/निमचा) को सूचित किया.उनके संदेश पर कार्रवाई करते हुए अप लाइन पर तुरंत एक पावर ब्लॉक लिया गया और तिरपाल को सुरक्षित रूप से हटा दिया गया.उनकी दूरदृष्टी और त्वरित कार्रवाई ने संभावित खतरनाक स्थिति को टालने में मदद की जिससे रोलिंग स्टॉक को नुकसान पहुंचने और ट्रेन सेवाओं में व्यवधान होने से बचा जा सका.
इस सराहनीय कार्य के सम्मान में शस्ती चरण साहा और सत्येंद्र नारायण शर्मा को मार्च 2025 के महीने के लिए संयुक्त रूप से गौरव मंडल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.यह पुरस्कार परिचालन सुरक्षा सुनिश्चित करने में उनकी उत्कृष्ट सतर्कता और योगदान के मान्यतास्वरूप दिया गया.
प्रतिबद्धता और जिम्मेदारी के ऐसे कार्य दूसरों के लिए एक शानदार उदाहरण के रूप में काम करते हैं और लोगों को प्रोत्साहित करते हैं साथ ही रेलवे के रनिंग स्टाफ की व्यावसायिकता और समर्पण को दर्शाते हैं. इनका सराहनीय कार्य रेलवे परिचालन में सतर्कता, टीमवर्क और समय पर कार्रवाई की प्रतिबद्धता को पुष्ट करता है.